Tuesday, April 5, 2016

AA Mere Humjoli-Lata & Rafi - Lata Mangeshkar



र : आ मेरे हमजोली आ खेलें आँख मिचौली आ
गलियों में चौबारों में बाग़ों में बहारों में हो
मैं ढूँढूँ तू छुप जा
ल : आ मेरे हमजोली ...
मैं आऊँ
र : न न
ल : मैं आऊँ
र : न न न
ल : मैं आऊँ
र : ना
ल : मैं आऊँ
र : आ जा
ल : पीपल के ऊपर जा बैठा छिप के मेरा साथी
धक से लेकिन धड़क गया दिल गिर गई हाथ से लाठी
ओ पकड़ा गया
girls: ओ पकड़ा गया
र : मैं आऊँ
ल : न न
र : मैं आऊँ
ल : न न न
र : मैं आऊँ
ल : ना
र : मैं आऊँ
ल : आ जा
र : पनघट के पीछे जा बैठी छिप के मेरी सजनिया
छन से लेकिन अनजाने में छनक गई पैंजनिया
ओ पकड़ी गई
boys: ओ पकड़ी गई
को : आ मेरे हमजोली ...
मैं आऊँ
र : न न
ल : मैं आऊँ
र : न न न
ल : मैं आऊँ
र : ना
ल : मैं आऊँ
र : आ जा
ल : ओ मेरे नयनों से तू छिप सकता है ओ मेरे रसिया
लेकिन मेरे मन से छिपना मुश्क़िल है मनबसिया
ऐ पकड़ा गया
girls: ओ पकड़ा गया
र : मैं आऊँ
ल : न न
र : मैं आऊँ
ल : न न न
र : मैं आऊँ
ल : ना
र : मैं आऊँ
ल : आ जा
र : काहे लुक-छुप के खेल में छेड़े तू प्रेम की बतियाँ
देख तमाशा देख रही हैं सारे शहर की अँखियाँ
ओ पकड़ी गई
boys: ओ पकड़ी गई
को : आ मेरे हमजोली ...

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