Tuesday, April 5, 2016

bol gori bol




मु : बोल गोरी बोल तेरा कौन पिया -२
कौन है वो तूने जिसे प्यार किया
बोल गोरी बोल ...
ल : अरे तू जाने ना उसका नाम
हर सुबह हर शाम
दुनिया ने उसी का नाम लिया
बोल तू ही बोल मेरा कौन पिया
मु : बोल गोरी बोल ...
है कौन सारे जग से निराला
को : है कौन सारे जग से निराला
मु : कोई निशानी बतलाओ बाला
ल : उसकी निशानी वो भोला-भाला
को : उसकी निशानी वो भोला-भाला
ल : उसके गले में सर्पों की माला
मु : वो कई हैं जिसके रूप कहीं छाँव कहीं धूप
तेरा साजन है या बहुरूपिया
मु : बोल गोरी बोल ...
ल : मन उसका मंदिर प्राण पुजारी
मु : घोड़ा न हाथी करे बैल सवारी
को : घोड़ा न हाथी करे बैल सवारी
ल : कैलाश परवत का वो तो जोगी
मु : अच्छा वही दर-दर का भिखारी
को : दर-दर का भिखारी
ल : हाँ बो है भिखारी ठीक लेके भक्ति की भीख
बदले में जगत को मोक्ष दिया
बोल तू ही बोल ...
मैं जिसको भाऊँ जो मुझको भाए
इक दोष तो कोई उसमें बताए
मु : तू जिसपे मरती है हाय
वो जटाओं में गंगा बहाए
ल : दो दिन का है साथ युग-युग से मेरी बात
मैं हूँ बाती तू दिया
बोल तू ही बोल ...

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